हज 2021 में पैंडेमिक पोजीशन के मद्देनजर राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय प्रोटोकॉल गाइडलाइन्स का मुस्तैदी से पालन किया जायेगा: मुख्तार अब्बास नकवी
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री श्री मुख्तार अब्बास नकवी द्वारा हज 2021 की घोषणा
हज 2021 में पैंडेमिक पोजीशन के मद्देनजर राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय प्रोटोकॉल गाइडलाइन्स का मुस्तैदी से पालन किया जायेगा: मुख्तार अब्बास नकवी
हज 2021 की घोषणा के साथ ही आज से हज 2021 के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू
हज 2021 के लिए आवेदन पत्र जमा किये जाने की अंतिम तिथि 10 दिसंबर 2020 है
हज 2021 के लिए 10 इम्बार्केशन पॉइंट्स निर्धारित किये गए हैं- अहमदाबाद, बेंगलुरु, कोच्चि, दिल्ली, गुवाहाटी, हैदराबाद, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई और श्रीनगर
बिना "मेहरम" (पुरुष रिश्तेदार) के हज पर जाने वाली महिलाओं के हज 2020 के लिए किये गए आवेदन हज 2021 के लिए भी मान्य रहेंगे
New Delhi, November 07, 2020: केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री श्री मुख्तार अब्बास नकवी द्वारा कोरोना चुनौतियों के मद्देनजर बड़े बदलावों के साथ हज 2021 की घोषणा के साथ ही आज से हज 2021 के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
हज हाउस, मुंबई में हज 2021 की घोषणा करते हुए श्री नकवी ने कहा कि हज 2021 में पैंडेमिक पोजीशन के मद्देनजर राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय प्रोटोकॉल गाइडलाइन्स का मुस्तैदी से पालन किया जायेगा। हज 2021 के लिए आवेदन पत्र जमा किये जाने की अंतिम तिथि 10 दिसंबर 2020 है। हज के लिए आवेदन, ऑनलाइन और मोबाइल एप्प के जरिये एवं ऑफलाइन माध्यम से किये जा सकेंगे।
श्री नकवी ने कहा कि हज 2021 जून-जुलाई के महीने में होना है। संपूर्ण हज प्रक्रिया, सऊदी अरब की सरकार एवं भारत सरकार द्वारा कोरोना आपदा के मद्देनजर तय किये जाने वाले पात्रता मानदंड, आयु मानदंड, स्वास्थ्य परिस्थिति एवं अन्य जरुरी दिशानिर्देशों के अनुसार हो रही है। लोगों की सेहत, सुरक्षा और सऊदी अरब सरकार के दिशानिर्देशों को प्राथमिकता देते हुए और अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, नागरिक उड्डयन मंत्रालय, हज कमेटी, सऊदी अरब में भारतीय एम्बेसी, जेद्दा में भारतीय कॉन्सुल जनरल आदि द्वारा गहन मंत्रणा के बाद हज 2021 की संपूर्ण प्रक्रिया तय की गई है।
श्री नकवी ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते दिशानिर्देशों को ध्यान में रखते हुए हज व्यवस्थाओं में बड़े पैमाने पर परिवर्तन किया गया है। इनमें भारत एवं सऊदी अरब में आवास, सऊदी अरब में हज यात्रियों के ठहरने की अवधि, यातायात, स्वास्थ्य एवं अन्य व्यवस्थाएं शामिल हैं।